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भगवद्गुणभद्रभदन्तविरचित आत्मानुशासन।
श्रीयुत पण्डित वंशीधरजी शास्त्रीकृत
नवीन हिन्दी भाषा-टीका सहित ।
प्रकाशक, जैनग्रन्थरत्नाकर कार्यालय
हीराबाग, गिरगाँव.
सच्चिदानंद प्रिंटिंग प्रेप सोपल
मुद्रित हुआ।
फाल्गुन, वि० १९७२.
। प्रथमावृत्ति { फेब्रुवारी १९१६ ई० } मूल्य १॥
कपडेकी जिल्दका मूल्य ॥