________________
पुष्प नं. ३.
॥ॐ अहँ नमः ॥ श्रीविजयलक्ष्मीसूरिविरचित
श्रीउपदेशप्रासाद
का
हिन्दी-भाषानुवाद
શાસન સમ્રાટ ભ૦
मिला 42
(स्तंभ १ से है। व्यायावर
- अनुवादक :- - कु. सुमित्रसिंह लोढ़ा-माँडलगढ़ (मैवाड़)
प्रकाशक :परमपूज्य प्रातःस्मरणीय विशुद्धचारित्रचूडामणि जैनाचार्य विजयनीतिसूरीश्वरजी जैन लायब्रेरी,
रीची रोड-अहमदावाद संपादक :- मुनिश्री कुशलविजयजी
वीर सं.२४७३ । प्रथमावृत्ति विक्रम सं. २००३ सत्य सं. २४८ । मूल्य रु. ३-०-० । सन् १९४७
मुद्रक-शा गुलाबचंद लल्लुभाइ . महोदय प्रिन्टींग प्रेस, दाणापीठ-भावनगर.