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उन्मालमार्गानुसारखा
लोकावरुदत्याग । मश्करी
निन्दा
इयो
अनीति
नीति
बहुजनविरुद्ध का संग देशाचारील्लंघन । उद्भट भोग परसंकटतोष आदि लोकविरुद्ध कार्यो का त्याग ।
पूजन
आज्ञा स्वीकार
रामचन्द्रजी
TTT VI UT
BAM
आजीविका
दवदशन
जिन-मुद्रा से कायोत्सर्ग ध्यान
परार्थकरण
पक
हितोपदेश
धापन
4वपना
चैत्यवन्दना में हो गोडे भूमि पर या बाया गोला खडा व पेट पर यो कोणी व अजलि जोगमुद्रा से
८ मुक्ताकुक्ति मुद्रा से जातिजावंत जय-वीस