________________
४८६
जह सरणमुवगयाणं जह सुरगणाण इंदो जहट्ठियखित्त न याणइ जहट्ठियदव्व न याणइ जहा खरो चंदणभारवाही जाइ-कुल-रूव-बल-सुय जाईए उत्तमाए जाणइ य जह मरिज्जइ जाणइ य जहा भोगिड्डि जाणिज्जइ चिंतिज्जइ जायम्मि देहसंदेहयम्मि जाव य लवणसमुद्दो जावाऽऽउ सावसेसं जिणपहमपंडियाणं जिणवयणकप्परुक्खो जिणवयणसुइसकण्णा जियकोहमाणमाया जीयं काऊण पणं जीवंतस्स इह जसो जीवेण जाणि उ विसज्जियाणि जीवो जहामणसियं जुगमित्तंतरदिट्ठी जे घरसरणपसत्ता जे ते सव्वं लहिउं जेट्ठव्वयपव्वयभर जो अविकलं तवं संजमं जो आगलेइ मत्तं जो कुणइ अप्पमाणं जो गिण्हइ गुरुवयणं जो चंदणेण बाहुं जो चयइ उत्तरगुणे जो जस्स वट्टए हियए जो जहवायं न कुणइ जो न वि दिणे दिणे जो निच्चकालतवसंजमोज्जओ जो निच्छएण गिण्हइ जो नियमसीलतवसंजमेहिं जो पुण निरच्चणो च्चिय जो भासुरं भुयंगं
[कर्णिकासमन्विता उपदेशमाला] ५१८/४७१ | जो वि य पाडेऊणं
३८६/४३२ ८/८२ जो सुत्तत्थविणिच्छयकयागमो
४३७/४४४ ४०२/४३६ जो सेवइ किं लहइ
२११/३७४ ४०१/४३६ जो हुज्ज उ असमत्थो
३८३/४३१ ४२६/४४२ जोइसनिमित्तअक्खर
११५/२२७ ३३०/४१६ जोग्गा सुसाहुवेरग्गियाण
५३९/४७७ ३३१/४१६ [] २०५/३७२ ठवणकुले न ठवेई
३६३/४२८ २०३/३७२ ठाणं उच्चुच्चयरं
२६२/३९६ २०४/३७२ [त] ३४५/४२४ तं सुरविमाणविभवं
२८६/४०४ ५४३/४७८ तम्हा सव्वाणुण्णा
३९२/४३४ २५८/३९५ तवकुलच्छायाभंसो
३२७/४१५ १७६/३३१ तवनियमसीलकलिया
२४६/३८६ ५३८/४७७ तवनियमसुट्ठियाणं
४४३/४४९ ४३/१४२ तह छक्कायमहव्वय
४३२/४४३ ३९०/४३४ तह पुटिव किं न कयं
१४०/२३९ १०५/२१८ तह वत्थपायदंडगउवगरणे
४४७/४५२ ९८/२१० | तह वि हु सा रायसिरी
१८/८८ १९७/३७१ तिरिया कसंकुसारा
२८१/४०३ १८९/३६८ तिव्वयरे उ पओसे
१७८/३३२ २९६/४०६ ते धन्ना ते साहू
५९/१८४ २२०/३७६ | तो पढियं तो गुणियं
६४/१९५ ४९९/४६७ | तो बहुगुणनासाणं
१२५/२३४ ६२/१९५ तो हयबोही पच्छा
४३३/४४३ १७१/३३० [थ] ३१२/४११ थद्धा च्छिद्दप्पेही ६१/१८४ थद्धो निरोवयारी
२७/१०१ ९६/२१० थेवेण वि सप्पुरिसा
२८/१०२ ९२/२०८ थेवोऽवि गिहिपसंगो
११३/२२४ ११७/२२८ [द] ८४/२०२ | दगपाणं पुष्फफलं
३४९/४२५ ५०४/४६८ दृट्टणं कुलिंगीणं
२३२/३८१ ४८०/४६२ दड्डजउमकज्जकरं
४८९/४६५ ३४०/४२२ दढसीलव्वयनियमो
२३४/३८१ ११८/२२८ दव्वं खित्तं कालं भावं
४००/४३६ ४५५/४५३ | दस दस दिवसे दिवसे
२४८/३८९ ४९३/४६६ | दावेऊण धणनिहिं
२६१/३९६ ३११/४११ | दिणदिक्खियस्स दमगस्स
१४/८७
७४/१९९