SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 437
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ + सिदान्तसार (४१७) पण साध साधवीने रहेतुं न कष्पे; अने धान्य सुखमी प्रमुख वीखयां न होय, निंतादिकनी पासे दाबी दीधेला होय, एक बाजुए ढगला करी दीधा होय, बुगमादिके करी ढांकी दीधा होय श्रने राख. श्रादिके करी रखेली दीधा होय तो शीयाले उन्हाले मास कम्पादिक रहेवू कल्पे; पण चोमासे रहेवू न कटपे; अने जो कोग, माटलां प्रमुखमां घालीने गण माटी प्रमुखथी मोढां बुरे दीधां होय तथा मुसा कीधी होय तो चोमासे रहेवू कट्पे कयु. वलो लाकु प्रमुख सुखमी, दुध, दही, मांखण प्रमुख पमयां होय अने एक पासे ढगला कीधा होय तेवी जग्यामां सीयाले उन्हाले महीनो रहे करपे कयु. हवे जुन ! एटली वस्तु जे जग्यामां होय ते कमाम विना शी रोते होय ? अने साधु कमाम वास्या विना शी रीते रहे ? जो उघामां कमाम साधु राखे तो चोर, कुतरां प्रमुख रंजाम करे, ते ग्रहस्थने नुकसान करीने साधुने रहे, न कल्प; अने जो ग्रहस्थी रखवालो वास्ते रातना देखो रहे तो तमे कहो गे के, चोमासी प्रायश्चित आवे, एटले कदाच ग्रहस्थी जापता सारु कमाम बाहुं दक्ष जाय तो ते रातना मात्रादिक परतववा सारु साधुने खोलवुज पमे. एवी जग्यामां नगवंते शीयाले उन्हाले महीनो रहेवू कडं बे, ते साधुने कमाम वासवं उघामवं कप बे तेथीज कडं . वली जे जग्यामां घृत, तेल, गोल, खांस, दुध, दही, मांखण तथा लामु प्रमुख सुखमीना ढगला करेला पमया होय ते जग्वामां नगवंते शीयाले नन्हाले महीनो रहे, कडं . हवे तमे कमाम उघामवा वासवानी ना शी रीते केदेशो ? ते वारे तेरापंथी कहे के “बीजी जग्या न मले त्यारे एवी जग्यामा रहे; अने ग्रहस्थी पोताना जापता सारु कमाम वासे ते साधुने मात्रादिक परउववा वास्ते खोल, पमे, तेतो जेम मेह वरसता पण देह चिंता टालेवानी जगवंतनी आझाडे तेम ए पण जाणवू.” तेनो उत्तर. हे देवानुप्रीय ! बीजी जग्या मले नही तेथी कयुं होय तो एक बेरातनं केडेवं जोश्य: जेम था पाठमां कडं तेम दारुना के काचा
SR No.022232
Book TitleSiddhant Sar
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGambhirmal Hemraj Mehta
PublisherGambhirmal Hemraj Mehta
Publication Year1908
Total Pages534
LanguageSanskrit, Gujarati
ClassificationBook_Devnagari & Book_Gujarati
File Size16 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy