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सिझणाद्वार.
गुणा सिद्ध थाय ८, तेथी वाणव्यंतरनी देवीना निकल्या संख्यात गुणा सिद्ध थाय ९, वाणव्यंतरना देवताना निकल्या संख्यात गुणा सिद्ध थाय १०, ज्योतिपीनी देवीना निकल्या संख्यात गुणा सिद्ध थाय १९, ज्योतिषीना देवताना निकल्या संख्यात गुणा सिद्ध थाय १२, मनुष्यणीना निकल्या संख्यात गुणा सिद्ध थाय १३, मनुष्यना निकल्या संख्यात गुणा सिद्ध थाय ९४, पहेली नरकना निकल्या संख्यात गुणा सिद्ध थाय १५, त्रिर्यचणीना निकल्या संख्यात गुणा सिद्ध थाय १६, त्रिर्यचना निकल्या संख्यात गुणा सिद्ध थाय १७, पांच अनुत्तर विमानना निकल्या संख्यात गुणा सिद्ध थाय १८, नव ग्रैवेयकना निकल्या संख्यात गुणा सिद्ध थाय १९, बारमां देवलो - कना निकल्या संख्यात गुणा सिद्ध थाय २०, अगीयारमां देवलोकना निकल्या संख्यात गुणा सिद्ध थाय २१, दशमां देवलोकना निकल्या संख्यात गुणा सिद्ध थाय २२, नवमां देवलोकनां निकल्या संख्यात गुणा सिद्ध थाय २३, आठमा देवलोकना निकल्या संख्यात गुणा सिद्ध थाय २४, सातमां देवलोकना निकल्या संख्यात गुणा सिद्ध थाय २५. छठा देवलोकना निकल्या संख्यात गुणा सिद्ध थाय २६, पांचमां देवलोकना निकल्या संख्यात गुणा सिद्ध थाय २७, चोथा देवलोकना निकल्या संख्यात गुणा सिद्ध थाय २८, त्रीजा देवलोकना निकल्या संख्यात गुणा सिद्ध थाय २९, बीजा देवलोकनी देवीना निकल्या संख्यात गुणा सिद्ध थाय ३०, बीजा देवलोकना देवताना निकल्या संख्यातगुणासिद्धथाय ३१, पहेला देवलोकनी देवीना निकल्या संख्यात गुणा सिद्ध थाय ३२, पहेला देवलोकना देवताना नीकल्या संख्यातगुणा सिद्ध थाय २३, इति सिझणा द्वार समाप्तं.