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________________ १६ आश्वि (भाद्रपद) कृष्णा १२ [प्र.] सोमवार दि० १५ ६-७६ को ___दर्शनावरणीय कर्म निवारण की पूजा, प्रभावना, आंगी भावना शा. सरेमल, कुन्दनमल, किशोरमल, दिनेशकुमार बेटा पोता पुनमचन्दजी तीकमजी की ओर से हुई । आश्विन (भाद्रपद) कृष्णा १२[दूसरी] मंगलवार दि०१८-६-७६ को ___ वेदनीय कर्म निवारण की पूजा, प्रभावना, आंगी, भावना शा० सोहनलाल, भूरमल, मोहनलाल, भंवरलाल, महेन्द्रकुमार, नरेशकुमार, रमणलाल, मुकेशकुमार, जितेन्द्रकुमार, ललितकुमार बेटा पोता धनरुपजी समस्त तोगाणी परिवार की तरफ से हुई। आश्विन (भाद्रपद) कृष्णा १३ बुधवार दिनांक १६-६-७६ को मोहनीय कर्म निवारण की पूजा-प्रभावना-आंगी-भावना शा. मिश्रीलाल, मीठालाल, जुगराज, जयन्तिलाल, महेन्द्रकुमार, जवरचन्द, रमेशकुमार, सुरेशकुमार, इन्दरमल, ललितकुमार बेटा पोता जसाजी खुमाजी की ओर से हुई । आश्विन (भाद्रपद) कृष्णा १४ गुरुवार दिनांक २०.६.७६ को आयुष्यकर्म निवारण की पूजा-प्रभावन-आंगी-भावना शा० टीकमचन्द, बोरीलाल, जयन्तीलाल, चम्पालाल,
SR No.022127
Book TitleKulak Sangraha
Original Sutra AuthorN/A
Author
PublisherSushilsuri Jain Gyanmandir
Publication Year1980
Total Pages290
LanguageSanskrit, Gujarati
ClassificationBook_Devnagari & Book_Gujarati
File Size17 MB
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