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श्रीरत्नशेखरसूरिविरचित.
श्री लघुक्षेत्रसमास प्रकरणम्
मूल तथा मूल अने टीकार्नु भाषान्तर. विवेचन अने उपयुक्त यंत्रोसहित. .
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गुरुणीजी हीरश्रीजी तथा गुरुणीजी गुलाबश्रीजीनी शिष्या गुरुणीजी श्रीलाभश्रीजीनी प्रेरणाथी तथा श्राविकावर्गनी
आर्थिक सहायथी
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छपावी प्रसिद्ध करनार. शा. कुंवरजी आणंदजी श्री जैनधर्म प्रसारक सभाना प्रमुख
भावनगर.
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वीर संवत २४६.]
[विक्रम संवत १९९०
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पानी मुद्रकः-शाह गुलाबचंद लल्लुभाइ. श्री महोदय प्रीन्टींग प्रेस, दाणापीठ-भावनगर.
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