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(२०८) ॥ रत्नसार ॥ केवल पणै रह्या तेहना केतला वर्ष-७० सित्तर हजार कोडा कोडी पांचसै कोडा कोडी ते ऊपर ६० साठ कोडा कोडी, तेहना आंक ७०५६००००००००००००००० एतला वर्ष थया. इम सर्वे ८४ लाख पूर्व नो वरस सरवाले ५९ लाख कोडा कोडी२७ हजार कोडा कोडी ते ऊपरि वली४० कोडा कोडी एतला वर्ष जीव्या. एतला वर्ष श्रीऋषभदेव सर्वायु जीव्या. एकडा ऊपरि १४ मींड्या आवै तिवारे कोडा कोडी, एकडा ऊपरि इकवीस मीड्यां आवै तिवारै कोडा कोडी, तथा एकडा ऊपरि २९ मींड्या आवै तिवारै कोडा कोडी थाइं. इत्यर्थ : ८४ लाख पूर्वनो.
. २८०. अथ बंध नो स्वरूप कहिये छै. अंकले योगे प्रदेश बंध प्रकृति बंध नीपजे ते कर्म वरगणा दलनो संचय थाय, तथा योग ने लेश्या बे एकठा मिलै तिवारे प्रकृति ने प्रदेश बंध नीपजै. तथा ध्याने कषाय ए बे मिलैं तिहां थिति बन्ध रसबंध नीपजै. तथा जिहां कषाय ध्यान आवै तिवारे च्यारै भेला थाय. इत्यर्थ