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सखाराम नेमचंद सन्माला में विजयतेला
महर्षिवासुपूज्यकृत
दानशासनम्
संपादक व अनुवादक, वर्धमान पार्श्वनाथ शास्त्री
विद्यावाचस्पति-न्याय-काव्यतीर्थ संपादक-जैनबोधक व वीरवाणी सोलापुर.
प्रकाशक, गोविंदजी रावजी दोशी
सोलापुर.
प्रथमावृत्ति । + १००० ।
वीर संवत् २४६७
सन् १९४१
( मूल्य । दो रुपये.