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वा से णं परियाए अओग्गे, से णं पावे से णं निदिए से णं गरहिए से णं दुगुंछिए से णं पडिकुठे से णं पडिसेहिए से णं आवई से णं विग्ध से णं अयसे से णं अकित्ती से णं उभ्मग्गे से णं अणायारे, एवं रायढे, एवं तेणे एवं परजुवइपसत्ते, एवं अनयरे वा केई वसणाभिभूए, एवं अइसंकिलिडे एवं छुहाणडिए एवं रिणोवदुए अविनायजाइकुलसीलसहावे एवं बहुवाहिवेयणापरिगयसरीरे एवं रसलोलुए एवं बहनिद्दे एवं इतिहासखेड्डकंदप्पणाहवायवरिसीले एवं बहुकोऊहले एवं बहुपेसवग्गे जाव णं मिच्छादिद्विपडिणीयकुलुप्पनेइ वा से णं गोयमा! जे केई आयरिएइ वा मयहरएइ वा गीयत्थेइ वा अगीयत्थेइ वा आयरियगुणकलिएइ वा मयहरगुणकलिएइ वा भविस्सायरिएइ वा भविस्समयहरएइ वा लोभेण वा गारवेण वा दोण्हं गाउयसयाणं अब्भंतरं पव्वावेजा से णं गोयमा! वइक्कमियमेरे से णं पवयणवोच्छित्तिकारए से णं तित्थवोच्छित्तिकारए से णं संघवोच्छित्तिकारए से णं वसणाभिभूए से णं अदिट्ठपरलोगपच्चवाए से णं अणायारपवित्ते से णं अज्जयारी से णं पावे से णं पावपावे से णं महापावपावे से गं गोयमा! अभिग्गहियचंडरुद्दकूरमिच्छादिट्ठी १८१ से भयवं! केणं अटेणं एवं वुच्चइ?, गोयम! आयारे मोक्खमग्गे, णो णं अणायारे मोक्खमग्गे, एएणं अटेणं एवं वुच्चइ, से भयवं! कयरे से णं आयारे कयरे वा से णं अायारे?, गोयमा! आयारे आणा, अणायारे णं तप्पडिवक्खे, तत्थ जे णं आणापडिवक्खे से णं एगंतेणं सव्वपयारेहिं सव्वहा वजणिज्जे, जेणं णो आणापडिवक्खे से णं एगंतेणं सव्वपयारेहिं णं सव्वहा आयरणिज्जो, ॥ श्री महानिशीथसूत्र
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पू. सागरजी म. संशोधित
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