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से किं तं जलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणिया ?, २ पंचविहा पं० २०-भच्छ। कच्छभा गाहा मगरा सुंसुमारा, से किं तं मच्छा!, मच्छ। अणेगविहा पं० तं०-सोहमच्छ। खवल्लमच्छ। जुंगमच्छ। विज्झडियमच्छ। हलिमच्छ। मगरिमच्छ। रोहियमच्छ। हली सागरा गागरा वडा वडगरा गब्भया उसगारा तिमितिभिंगिला णका तंदुलमच्छ। कणिकामच्छ। सा लिसत्थियामच्छ। लंभणमच्छ। पडागा पडागाइपडागा जे यावन्ने तहप्पगारा, सेत्तं मच्छा, से किं तं कच्छमा!, २ दुविहा पं० ०-अद्विकच्छभा य मंसकच्छभा य, सेत्तं कच्छभा, से किं तं गाहा?, २ पंचविहा पं० २०-दिली वेढगा मुद्धया पुलया सीमागारा, सेत्तं गाहा, से किं तं मगरा?, २ दुविहा पं० २०-सोंडमगरा य मट्ठभगराय, सेत्तं मगरा, से किं तं सुंसुमारा?, २ एमागारा ५०, सेत्तं सुंसुमारा, जे यावन्ने तहप्पगारा, ते सभासओ दुविहा पं० तं०-समुच्छिमा य गब्भवतिया य, तत्थ णं जे ते संमुच्छिमा ते सव्वे नपुंसगा, तत्थ णं जे ते गब्भवतिया ते तिमिहा ५० तं०-इत्थी पुरिसा नपुंसगा, एएसिं णं एवमाइयाणं जलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणियाणं पजत्तापज्जत्ताणं अद्धतेरसजाइकुलकोडिजोणिप्यमुहसयसहस्सा भवन्तीतिभक्खायं, सेत्तं जलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणिया ३३॥ से किं तं थलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणिया?, २ दुविहा पं० ०-चउप्प्यथलयरपंचिंदियतिरिक्खजोणिया य परिसप्पथलयर० य, से किं तं चउप्पयथलयर०?, २ चव्विहा पं० २०-एगखुरा बिखुरा गंडीपदा सणफदा, से किं तं एगखुरा?, २ अणेगविहा पं० २०अस्सा अस्सतरा घोडा गहमा गोरक्खरा कंदलगा सिरिकंदलगा आवत्तगा जे यावने तहप्पगारा, सेत्तं एगखुरा, से किं तं बिखुरा?, ॥ श्री प्रज्ञापनोपांगम् ॥
पू. सागरजी म. संशोधित
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