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Crime
अ सिस्स अंतिथं गहुँ सोच्चा निसम्म हथिणापुरे नगरे संघाडगतिजावपहेसु बहुजणो|| देवा रिसीप
परुने अस्थि देवाणmया ! ममी। २ कोच्छिना दीवार परेकहमेयं दे ने काले सामी समोसढे पारसा जावा स्स भगवओमहावारस जेट्टे अंतेवासी जहा बितियसप नियंठदेसए जाव अडमाणे बहजणस६।। एवं आइक्खइ एवं जाव परूवेइ एवं खलु देवाणुप्पिया ! सिवे रायरिसी एवं आइक्खइ जाव परूवेड जाव वोच्छिन्ना दीवाय समुदाय से कहमेयं मन्ने एवं?, ताणं भगवं गोयमे बहुजणस्य मातयं एयभट्ठ । नियंठुद्देसए जाव तेणं पर वोच्छिन्ना दीवा यसमुदाय,सेकहमेयं भंते! एवं ?, गोयमादि समणे भगवं
सी जन्नं गोयमा! से बहजणे अन्नमन्नस्स एवमातिक्खड़ तं चेव सळ भाणियव्वं जाव भंडनिक्खे ड० चेव जाव वोच्छिन्ना दीवा य समुदाय, तए णं तस्स सिवस्स रायरिसिस्स अंतिए एयभटुं सोच्चा व्वं जाव तेणं परं वोच्छिन्ना दीवा य समुद्दा य तण्ण मिच्छा, अहं पुण गोयमा! एवमाइक्खामि जाव दीया दीवा लवणादीया समुद्दा संठाणओ एगविहिविहाणा वित्थारओ अणेगविहिविहाणा एवं जहा रजवसाणा अस्सि तिरियलोए असंखेज्जा दीवसमुदा पं० समणाउसो!, अस्थि णं भंते ! जंबुद्दीवे दीवे
पू. सागरजी म. संशोधित
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