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| विकला महगा सीही निस्सीला तहेव जाव ओसन्न नगतिरिक्खजोणिएसु० उववजिहिति । सेवं भंते! सेवं भंते! ति ॥ २८७॥२०७||
30६॥ | संवुडस्सणं भंते! अणगारस्सआउगच्छमाणस जाव आउत्तं वत्थं पडिग्गहं कंबलंपायपुंछणंगेण्हमाणस्सवा निखिवमाणस्स
वा तस्संणं भंते! किं ईरियावहिया किरिया जइ संपराइया किरिया कज्जइ?, गोयमा! संवुडस्स णं अणगारस्स जाव तस्सणं ईरियावहिया किरिया कज्जइ णो संपराइया किरिया कजइ, से केण्टेणं भंते! एवं कुच्चइ संवुडस्म णं जाव णो संपराइया किरिया कजइ?, गोयमा! जस्सणं कोहमाणमायालोमा वोच्छिन्ना भवंति तस्स णं ईरियावहिया किरिया कजइ तहेव जाव उस्सुत्तं रीयमाणस्स/ संपराइया किरिया कजइ से णं अहासुत्तमेवरीयइ, से तेणद्वेणं गोयमा! जाव नो संपराइया किरिया कज्जइ ॥२८८॥ रूवी भंते! कामा अरूवी कामा?, गोयमा! रुवी कामा समणाउसो! नो अरूवी कामा, सचिता भंते! कामा अचिता कामा?, गोयमा! सचित्तावि कामा अचित्तावि कामा, जीवा भंते! कामा अजीवा कामा?, गोयमा! जीवावि कामा अजीवावि कामा, जीवाणं भंते! कामा अजीवाणं कामा?, गोयमा! जीवाणं कामा नो अजीवाणं कामा, कतिविहा णं भंते! कामा पं०?, गोयमा! दुविहा कामा पं० तं०- सहा य रूवा य, रूवी भंते! भोगा अरूवी भोगा?, गोयमा! रूवी भोगा नो अरूवी भोगा, सचित्ता भंते! भोगा अचिता भोगा?, गोयमा! सचित्तावि भोगा अचित्तावि भोगा, जीवा णं भंते! भोगा० पुच्छ।, गोयमा! जीवावि भोगा अजीवावि भोगा, जीवाणं भंते! भोगा अजीवाणं ॥ श्रीभगवती सूत्र ।।
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| पृ. सागरजी म. संशोधित
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