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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ६०६ अनुयोगद्वारसूत्र सयसहस्सं, दस सयसहस्साई, कोडी, दस कोडीओ, कोडीसयं, दस कोडिसयाई। से तं पुवाणुपुब्बी । से किं तं पच्छाणुपुवी? पच्छाणुपुवी-दस कोडिसयाइं जाब एगो से तं पच्छाणुपुव्वी। से कि तं अणाणुपुवी? अणाणुपुधी-एयाए चेव एगाइयाए एगुत्तरिया र दसकोडिसयगच्छगयाए सेडीए अन्नमन्नब्भासो दुरूवूणो। से तं अणाणुपुगी। से तं गणणाणुपुठवी ॥सू०१३९॥ छाया-अथ का सा गणनानुपूर्वी ? गणनानुपूर्वी त्रिविधा प्रज्ञप्ता, तद्यथापूर्वानुपूर्वी पश्चानुपूर्वी अनानुपूर्वी । अथ का सा पूर्वानुपूर्वी ? पूर्वानुपूर्वी-एको, दश, शतं, सहस्रं, दश सहस्राणि, शतसहस्रं, दश शतसहस्राणि, कोटिः, दशकोटयः, कोटिशतं, देशकोटिशतानि । सैषा पूर्णनुपूर्वी । अथ का सा पश्चानुपूर्वी पश्चानुपूर्वी दशकोटिशतानि यावदेकः । सैपा एश्चानुपूर्वी । अथ का सा अनानुपूर्वी १ अनानुपूर्वी एतस्यामेव एकादिकायामेकोतरिकायां दशकोटिशतगच्छगतायां श्रेण्यामन्योन्याभ्यासो द्विरूपोनः । सैषा अनानुपूर्वी। सैषा गगनानुपूर्वी ।मु० १३९॥ टीका-' से किं तं' इत्यादि अथ का सा गणनानुपूर्वी ? इति प्रश्नः। उत्तरयति-गणनानुपूर्वी पूर्वानुपूर्यादिभेदेन त्रिविधा । तत्र-एकादिदश कोटिशवान्तापूर्यानुपूर्वी दशकोटिशताये गणनानुपूर्वी का क्या स्वरूप है-इस बात को अब सूत्रकार स्पष्ट करते हैं -"से किं तं गणगाणुपुच्ची ?" इत्यादि। शब्दार्थ- (से किं तं गणणाणुपुव्वी) प्रश्न-- हे भदन्त ? गणनानुपूर्वी का क्या स्वरूप है ? उत्तर--(गणणाणुपुब्बी तिविहा पण्गत्ता) गगनानुपूर्वी तीन प्रकार की कही गई है ! (तंजहा) जैसे (पुत्वाणुपुच्ची पच्छाणुपुच्ची, अणाणुपुव्वी) હવે સૂત્રકાર ગણનાનુપૂર્વાના સ્વરૂપનું નિરૂપણ કરે છે“से किं तं गणणाणुपुवी" त्या: शहाथ-(से किं तं गणणाणुपुवी?) उ सन् ! आशुनानु पूतीनु વરૂપ કેવું છે? उत्तर-(गणणाणुपुव्वी तिविहा पणत्ता) नापूर्वी प्रा२नी ४४ छ-(जहा) ते ४२। नीय प्रमाणे छे-(पुवाणुपुब्यो, पच्छाणुपुव्वी, अणाणुपुब्बी) (१) पूर्वानुभूती', (२) पश्चानुपूत्री माने (3) समानुपूी. For Private and Personal Use Only
SR No.020966
Book TitleAnuyogdwar Sutram Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKanhaiyalal Maharaj
PublisherA B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti
Publication Year1967
Total Pages864
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_anuyogdwar
File Size25 MB
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