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तं चेव य सोहिज्जा, धायइसंडस्स परिरयाहितो । सो बाहिं धुवरासी, भरहाइसु धायईसंडे
॥ ५१२॥ उणवीसहियं च सयं, बत्तीस सहस्स लक्ख ऊयालं । धायइसंडस्सेसो, धुवरासी बाहि विक्खंभो
।। ५१३॥ अट्ठारस य सहस्सा, पंचेव सया हवंति सीयाला । पणपण्णं अंससयं, बाहिरओ भरहविक्खंभो
॥ ५१४॥ चउहत्तरि सहस्सा, नउय सयं चेग जोयणाण भवे। छण्णउयं अंससयं, हेमवए बाहिविक्खंभो
॥ ५१५ ॥ तेवढा सत्त सया, छण्णउइ सहस्स दो सयसहस्सा। अडयालं अंससयं, हरिवासे बाहिविक्खंभो ।। ५१६। इक्कारस लक्खाई, सत्तासीया सहस्स चउपण्णा । अटुटुं अंससयं, बाहिरओ विदेहविक्खंभो
।। ५१७॥ चउगुणिय भरहवासो, हेमवए तं चउगुणियं तइए । हरिवासं चउगुणिय, महाविदेहस्स विक्खंभो ॥५१८ । जह विक्खंभो दाहिण-दिसाए तह उत्तरेऽवि वास तिए। जह पुव्वद्ध सत्तओ, तह अवरद्धेऽवि वासाइं ।। ५१९ । बायाला अट्ठसया, सहस्स अट्ठत्तरी सयसहस्सं । वासविहणं खित्तं, धायइसंडम्मि दीवम्मि
।। ५२०। एयं दुसहस्सूणं, इच्छासंगुणिय चउरसीभइयं । वासो वासहराणं, जावंताविक्कचउसोला
।। ५२१ । इगवीस सया पणहिय, बावीसं चउरसी य भागो य। चुल्लहिमवंतवासो, धायइसंडम्मि दीवम्मि
।। ५२२ । इगवीसा चुलसीई, सया उ चत्तारि चेव अंसा उ। वासोमहाहिमवए, धायइसंडम्मि दीवम्मि
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