SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 283
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ।। ९३॥ ।। ९७॥ दो चेव य कोडिसया चउद्दस कोडिओ लक्ख छप्पण्णा । सत्ताणउइ सहस्सा, चोयालसयं च घणगणियं सोलस चेव कलाओ, अहिया एगूणवीस भागेहि। बारसहिं चेव सया, चुल्ल हिमवंते वियाणाहि ॥ ९४॥ अउणट्ठा उणसत्तरि, सया उ छ लक्ख चेव य कलाणं । सेसे सत्तग सत्तग, दुग तिग इग नव य अंसा उ ॥९५ ॥ छेओ इग दुग एक्कग, तिग नव एक्को य अट्ठ बाहेसा। हेमवए विण्णेया, पयरं से निययवासगुणं ।। ९६ ॥ उवरिमरासी दुग चउ, दुग सत्तट्ठ तिग छक्क सुण्ण चऊ। हेटे तिगसुण्णट्ठ नव, दुग सत्तग छक्क सुण्ण चऊ छेयहियलद्धमुवरिं, पक्खिव एगट्ठ तिसयभइए य । लद्धा छक्कोडीओ, बावत्तरिसयसहस्सा य || ९८॥ तेवण्णं च सहस्सा, पणयालसयं च पंच य कला उ। हेमवयवासपयरं, अट्ठ य उणवीसभागा य ॥९९ ॥ पणपण्णा अट्ठ सया, तेसीइ सहस्स अट्ठ लक्खा य । कलारासेसो सेसो, पणतीसोवट्टिए अंसा ॥१०० ॥ नव छ अड पण छेओ, पंच य सुण्ण पण सुण्ण छक्को य। बाहेसा महाहिमवे, पयरं से निययवासगुणं ॥१०१ ।। चूलसीइ सइ सहस्सा, सत्तरि कोडी य सत्त य सहस्सा। हिट्ठा सत्तग सत्तग, चउ अड पंचेव सुण्णाई ॥१०२॥ छेयहियलद्धमुवरिं, पक्खिव एगट्ठ तिसयभइए य। गुणवीसं कोडीओ, लद्धा अडवण्ण लक्खा य ॥ १०३ ॥ अट्ठट्ठिसहस्साणि य, छासी य सयं च दस कलाओ य।। पंच उणवीसभागा, कलाइ पयरं महाहिमवे ॥१०४।। २७ For Private And Personal Use Only
SR No.020964
Book TitleShastra Sandeshmala Part 23
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVinayrakshitvijay
PublisherShastra Sandesh Mala
Publication Year2009
Total Pages430
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size14 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy