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पलिय चउत्थ जहण्णु-क्कोस, सविसेसं होइ नक्खत्ते । ताटुभागु सविसेसु, जहण्णुक्कोसगं अहवा
॥ १० ॥ तिसु एग अद्ध पाओ, तियद्ध साहिचउरटुभागो य।। चउजुअले चउभागो, दुअट्ठलक्खे सहस्सद्धं
।। ११ ।। दो साहि सत्त साहिय, दस चउदस सत्तरेव अयराई । सुहम्मा जासुक्को, तदुवरि एक्केकमारोवे
॥ १२ ॥ एसा ठिइ उक्कोसा, तेत्तीस जाव होति सबढे। एत्तो उ जहण्ण ठिइ, वोच्छामि अहाणुपुवीए ॥ १३ ॥ पलियं अहियं दो सार, साहिया सत्त दस य चउदस य । सत्तरस सहस्सारे, तदुवरि एक्केकमारोवे
॥ १४॥ सपरिग्गहेयराणं, सोहम्मीसाण पलियसाहियं । उक्कोस सत्त पण्णा, नव पणपण्णाय देवीणं
॥ १५ ॥ दुसु तेरस दुसु बारस, छप्पण चउ चउ दुगे दुगे य चउ। गेविज्जाइसु दसगं, बावट्ठी उड्डलोगम्मि
॥ १६ ॥ सोहमुक्कोस ठिई सग पयर विहत्तु इच्छ संगुणिया । पयरुक्कोस ठिइओ, जहण्ण पलिओवमं पढमे ॥ १७ ॥ पलिओवमं जहण्णा, दो तेरस भाग उदहि नामस्स उक्कोसठिई भणिया सोहम्मे पत्थडे पढमे
॥ १८ ॥ एवं दुगवुड्डीए, नेयव्वं जाव अंतिमं पयरं । भागेहिं तओ करणं, जा तेरसमे दुवे अयरा
।। १९ ॥ कप्पस्स अंतिपयरे, नियकप्प वडिसया विमाणाओ। इंदनिवासा तेसिं, चउद्दिसि लोगपालाणं
॥ २० ॥ सुर कप्प ठिई विसेसो, सग पयर विहत्तु इच्थ संगुणिओ। हिट्ठिल्ल ठिई सहिओ, इच्छियपयरम्मि उक्कोसा
॥ २१ ॥
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