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ईसेसगपरिहारा इह एगुणतीसइए गहणं ति । पकयं अजओ वीए देसजई तइयए जयइ धाऊण अणेगत्थत्तणओ जयइ त्ति बंधई जीवो। उक्कोसपएसं इह भावत्थो तीसपयडीणं मज्झे सायाईणं कहणावसरे जहेव किर भणिओ। तह य इहं पि हु वच्चो अह तेरसईइ गाहाए अस्सायमणुयदेवाउदेवदुविउवियजुयलसमचउरं । आइमसंघयणं सुभगइ सुभगं सुसराएज्जं एयासिं पयडीणं सम्मो मिच्छोव उक्कसं बंधं । कुणई तत्थ असायं जह मिच्छो सत्तविहबंधो बंधइ तह सम्मो वि हु एरिसओ चेव बंधई एयं । उक्कसजोगो तह देव-मणुयआऊण अट्ठविहो अट्टविहे बंधंमी वÉतो उक्कसम्मि जोगम्मि । उक्कसपएसबंधं पकुणंती सम्ममिच्छजिया सेसा आइमसंघयण-वज्जिया नव उ नामपयडीओ। आगच्छंती बंधं अडवीसइबंधकाले वि नो हेट्ठिम्मेसु तियपणछवीसइबंधएसु सा य पुणो। अट्ठावीसा सुरगइजोग्गा सम्मो य मिच्छो य बंधती तो सुरगइ पाउग्गडवीसबंधसहचरिया । एया नव पयडीओ करेइ उक्किट्ठबंधो उ सगबंधुक्कसजोगो सम्मो मिच्छो य इगुणतीसाई । बंधेसु वि नवपयडी एया बंधेइ नवरं तु भागाण बहुत्तणओ तत्थुक्कोसो न लब्भए बंधो । तो अडवीसइ सहचारिभावओ एसि गहणं तु
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