________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www. kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
य. ध्य॥ आव्यो वारेनें विसरिव्याध्य॥ जे १५ म भुल्यो एगोविंदना गुंण ते मसारी
शिखामण्य च्यापेकुरा ॥३९॥ जियां रासो लियोच्यवतार ॥ ते तो सारथिसो नरनाथ ॥ पुत्रा मोजांणीपांम्यां च्मानंद हर्षवधाइकरे कुछ हंट (४० बाजे व धाईआनंदे भरी ॥ मोरिमेकल देवे करी । यावा क] देव ने पाजत्रो । पिताक दे
O
For Private And Personal Use Only