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नागेशभट्ट-कृत वैयाकरणसिद्धान्तपरमलघुमञ्जूषा
(मूल ग्रन्थ, अनुवाद एवं समीक्षात्मक व्याख्या)
सम्पादक एवं व्याख्याकार डॉ० कपिलदेव शास्त्री
रीडर, संस्कृत विभाग, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय
कुरुक्षेत्र
विश्वकि
मंत्र
KURUKSHI
RIVE
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय प्रकाशन
१९७५
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