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॥अथ वेदाङ्गप्रकाशः॥
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तत्रत्यः। चतुर्दशो भागः ॥ गण पाठः।
पाणिनिमुनिप्रणीतायामष्टाध्याय्याम्
__ एकादशो भागः । श्रीमत्स्वामिदयानन्दसरस्वतीकतव्याख्यासहितः। पठनपाठनव्यवस्थायां चतुर्दशं पुस्तकम् ।
वैदिक यन्त्रालय अजमेर में मुद्रित हुआ
-- x--- इस पुस्तक के छापने का अधिकार किसी को नहीं है ।
क्योंकि - इस की रनिसरी कराई गई है ॥ .
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16 दूसरी बार १०००
संवत् १९५५ वि० २
मूल्य ।)
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