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अथ वेदाङ्गप्रकाशः ||
तत्रत्यः । नवमो भागः ॥
सौवरः॥
श्रीमत्स्वामिदयानन्द सरस्वतीकृतव्याख्यासहितः । पाणिनिमुनिप्रणीतायामहाध्याय्यामष्टमो भागः ।
पठनपाठनव्यवस्थायामेकादशं पुरु.कम् ।
यज्ञदत्त शर्मशास्त्रिणः प्रबन्धन वैदिक यन्त्रालय अजमेरनगर मुद्रितः ।
इस पुस्तक के छापने का अधिकार किसी को नहीं।
__ कोंकि इस को रजिसरी कराई गई है।
संवत् १८४८ माघ शुक्ला ।
र दूसरी बार २००० पुस्तक छपे ]
[ मूल्य :
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