________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailashsagarsuri Gyanmandir S संहि. पू. अ. // 102 // // 12 // GURUSALAMA पतिगामविम्प्रफर्म्यञ्चपीवरीम्प्रस्त्थावद्र्थवाहणम् ॥७१॥काम है। कामदुघे / धुक्ष्वमित्रायवरुणायच ॥इन्द्रायाश्विब्भ्याम्पूष्ष्णेप्प्र जाब्भ्यऽओषधीब्भ्यः // 72 // विमुच्यद्धम् ॥विमुच्यद्धमग्न्यादे वयानाऽअर्गन्मतमसस्पारमस्याज्योतिरापाम।७३।सजूरब्दः॥ सजूरब्दोऽअयवोभित्सजूरुषाऽअरुणीभिः // सुजोषसावुश्विना है। दसौभित्सजूसूर एतशेनसर्वैश्वानर ऽइडयाघृतेनखाहा // // 10 // 74 // [13] याऽओषधी॥याऽओषधीत्पूर्वाजातादेवेभ्यस्त्रि HARMACOCALCANORCAMERICOREOGA For Private And Personal