________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailashsagarsur Gyanmandit 053434345 क्ष्माण्यवाऽिइक्षवौवा-णिपक्षम्माणिपाऱ्यांऽइक्षवः // 1 // [१]बातम्प्राणेन।बातम्प्राणेनोपानेनुनासिकेऽउपयाममधरेणौष्ठे / नसदुत्तरेणप्रकाशेनान्तरमनकाशेनबाह्यन्निवेष्ष्पम्मू स्तनयि नुनिर्वाधेनाशनिम्मस्तिष्कैणव्विद्युतकनीनकाब्भ्याङ्कर्णाब्भ्याए / श्रोत्र/श्रोत्राभ्याङ्कोतेदुनीमधरकण्ण्ठेनापाशुष्ककण्ठेनचि / तम्मन्न्याभिरदिति शीषर्णानितिनिर्जर्जल्येनशीष्र्णासङ्को / शैप्पाणान्चेष्म्माण स्तुपेन // 2 // [1] मुशकान्केशै // मश *XHOSAURERIAISASARASHTRA For Private And Personal