________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir मं०॥ त्रिशद्धामविर .... 3 ८व्यविश्चम , .... .... 1836 त्वन्नोऽअग्मेतव.... .... त्रिधाहितम् .... .... 17/ 92 व्यायुषुञ्जमर्दो .... 3 62 त्वन्नोऽअमेवरुणस्य .... त्रिपादूर्ध्व: .... .... 31 4 त्वम॑ग्मऽईडितः .... 1966 त्वंयविष्ठ .... .... त्रिवृदेसि.... .... .... 15, ९त्वमग्नेयुभिलं .... ..... 11 27 त्वत्सोमपितृभिः .... त्रीणित आहुई .... 29 15 त्वम॑ग्नेप्रथम: .... .... 34 | 12 त्वत्सोमप्रचिकितई .... ....... .... 34 43 | त्वममेव्रतपा? .... .... 4 16 त्वयाहिन: .... .... त्रीणिशता ..... .... 33/ 7 त्वमङ्गप्रशशिषलं .... 6/27 त्वष्टातुरीप: .... .... त्रीन्समुद्रान ..... ..... 13 31 त्वीन्द्रप्रतिष्व .... 33 66 त्वष्टादधच्छुक्म त्र्यम्बकंयजामहे .... 360 त्वमिमाऽओषधीलं .... 34 22 त्वष्टावीरन्देवकामम् व्यवयोगायत्रै .... .... 24 12 त्वमुत्तमास्योषधे .... 12 101 त्वाममेऽअङ्गिरसर त्रीणिपदा For Private and Personal Use Only