________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir SAROORKOURDURROREGORRUAROORMULATORRORMONSORE // वैशाखमाहात्म्य अध्याय 11 // ह गृहमापन्नःसर्वान्धश्चिकारह // 50 // भक्तिमान्केशवराजादेवदेवेनिरंजने॥ शनान्यं पश्यतिदेवेशात्पद्मनाभान्महीपतिः // 51 // भेरीमुद्दाह्यमातंगेस्वमें राष्ट्रघोषयटैः // अष्टवर्षाधिकोमोह्यशीतिर्नहिपूर्यते // 52 // प्रातर्न र स्नातिमेषस्थेसूर्येसर्वोऽपियोनरः // समेदंड्यश्चवथ्यश्चनिस्यिोविषयाध्रुवं / SA // 53 // पितावायदिवापुत्रोभार्यावाथमुहज्जनः // वैशाखधमर्हनिस्तानग्राह्यो र दस्युदन्मया // 54 // ददध्वंविप्रमुख्यभ्यःस्नात्वाप्रातर्जलेशुभे // प्रपादाना-5 दिधर्माश्चकुरुध्वंशक्तितोऽनघाः // 55 // विप्रंचधर्मवक्तारंग्रामेयामेन्यवेश-18 यत् // पंचानामेवग्रामाणामकरोदधिकारिणं // 56 // दंडार्थत्यक्तधर्माणां निर्विकारे / 2 गजे | 3 निष्कासनीयः / 4 देशात् / 5 दंड्यः / महान्लन्ट न्डन्न् For Private and Personal Use Only