________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir 428 MPORRORMOURSARASWARREARRApeagueAMOUNT // वैशाखमाहात्म्य अध्याय 20 // महात्मानंहेमकांतंवनेस्थितं // ग्रहेणीजनयामासुःप्राणान्हर्तुमहात्मनः // 63 // तयाप्राणवियोगार्तःपुरुषांस्त्रीन्ददर्शह // यमदूतान्महाघोरानू-18 अर्ध्वकेशान्भयंकरान् // 64 // चिंतयानःस्वकर्माणितूष्णीमासीत्तदानृप // छशत्रदानप्रभावेणजाताविष्णुस्मृतिड़प // 65 // तेनस्मतोमहाविष्णुर्विष्वक्सेनं शस्वमंत्रिणं // उवाचतूर्णगच्छत्वंयमदूतान्निवारय // 66 // वैशाखधर्मनिर-2 तंहेमकांतंतुपालय // निष्पापमेनंमद्भक्तंपित्रेदेहिपुरींगतः // 67 // मदीरितेन वाक्येनकुशकेतुंचबोधय // सर्वधर्मोझ्झितोवापिब्रह्मचर्यादिवर्जितः // 68 // वैशाखधर्मनिरतोमप्रियःस्यान्नसंशयः // कृतागोअपित्वत्पुत्रोमुनित्राणपरा 1 रोगवि० संग्रहणीति लोके / 2 कृतापराधः। ಷಜನಜನಜನಜನಜನಜನಜನಜನಸ್ಪ ನು For Private and Personal Use Only