________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir MORRORRORMIRRORATORROREORAPARIYAR ॥वैशाखमाहात्म्य अध्याय 10 // on संपूजयेद्धरिं // 13 // भम्याचसहितंदेवमर्चयेद्भक्तिपर्वकं // सनंदनाद्यैर्मनिभिःस्तूयमानंसमंततः // 14 // आषाढस्यचमासस्यद्वितीयायांसमाप-18 येत् // अष्टाक्षरेणमंत्रेणजहयादादिपारणे // 15 // मार्गशीर्षादिमासानां पारणेभूमिपालक // जहयाद्विष्णुगायत्र्याचैत्रादीनांनिबोधय // 16 // पौ-S 3 रुषेयेणमंत्रेणजहयादनलेशुभे // पंचामृतंपायसंचअपंघृतपाचितं // 17 // एवंक्रमेणद्रव्याणिप्रतिमास्तुनिबोधय // ताम्रीतुप्रथमेदद्यालक्ष्मीनारायणआ स्यच // 18 // सौवर्णीमध्यमेदद्यात्कृष्णस्यपरमात्मनः॥ राजतीमंतिमेदद्या राहस्यमहात्मनः // 19 // ब्राह्मणान्भोजयेत्पश्चान्नामभिःकेशवादिभिः // शवस्त्रयुग्मैरलंकारैर्यथावित्तानुसारतः // 20 // अर्चयित्वाततोदद्यादपपान्घPleasETEJECTETECTETTE For Private and Personal Use Only