________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir MPORRORRORRORRORSONSURARWANARUNE // वैशाखमाहात्म्य अध्याय 1 // पयामासकन्यांप्रष्टुंहिमालयं // तआदिष्टाभगवताकन्यार्थहिमवगृहं // 35 // // प्रापुर्विहायेसासर्वेद्योतयंतोदिशोदश // प्रत्युजंगामसगिरिःसप्तैतान्ब्रह्मवि- IS सत्तमान् ॥३६॥संपज्यविधिवत्सन्सुिखासीनानपृच्छत ॥धन्योस्मिकृतकृत्योऽ / स्मियद्भवंतोगहागताः // 37 // भवदागमनंमन्यममजन्मफलंत्विति // नकृत्यं / शविद्यतेऽस्माभिःपूर्णार्थानांमहात्मनां // 38 // तथापितकार्यवोयत्कर्तव्यंमH याऽधुना // इत्युक्तास्तेततःप्रोचुहिमवंतंमहागिरिं // 39 // त्वयातुसदृशंवाक्यमुक्तंगिरिपतेदृढं // अस्मदागमनेहेतुंवक्ष्यामस्तेमहोदयं // 40 // कन्या तेपार्वतीनामपूर्वदक्षात्मजासती // जातातवकुमारीयंयज्ञेत्यक्तकलेवरा // 41 1 आकाशमार्गेण / 2 संमुखं जगाम | 3 उचितं / हाहाकडळाटाळाला TETTE For Private and Personal Use Only