________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir SRAMiguacunquegaraangenaaaaaaa // वैशाखमाहात्म्य अध्याय 18 // हिशिवशक्राद्यांश्चेतनांश्चजडानिमान्॥वासुदेवादृतेकोपिनेनंपरिभविष्यति॥ / 63 // सर्वदेवात्मकःप्राणःसर्वदेवमयोविभः // वासुदेवानुगोनित्यंसदाविष्णुवशेस्थितः // 64 // वासुदेवप्रतीपंतनशणोतिनपश्यति // देवाःप्रतीपं / कुर्वतिरुनेंद्राद्याःसुरेश्वराः // 65 ॥प्रतीपंक्वापिकरुत्तेनप्राणःसर्वगोचरः॥ श तस्मात्प्राणान्महाविष्णोर्बलमाहर्मनीषिणः // 66 // एवंज्ञात्वामहाविष्णोर्मा- 2 हात्म्यंलक्षणंतथा // पूर्ववंधानुगलिंगंजीर्णात्वचमिवोरगः // 67 // विमृज्य परमंयातिनारायणमनामयं // श्रत्वाशंखोदितंवाक्यंपनधिःप्रसन्नधीः // // 68 // प्रश्रयावनतोभूत्वापुनःपप्रच्छतंमुनि // ब्रह्मन्महानुभावस्यप्राणस्यास्यजगद्गुरोः // 69 // नख्यातोमहिमालोकेकथंसर्वेश्वरस्यवै // देवानां ಜನಜನಜನಜನಜನಜನಜನಜನಜನಜನಕನಪು For Private and Personal Use Only