________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir EengeURRRRRRRRRRRRRUPLOAMRPUR // वैशाखमाहात्म्य अध्याय 28 // नमस्कृत्यपुनःप्राहुःसर्वेप्रांजलयोऽमराः // विचारितंमहाविष्णोस(रस्माभिरंजसा // 33 // नास्मासुदेवमधिकंद्रक्ष्यामोहिकथंचन // त्वमेवनिर्णयब्रूहिदेवाःसंशयिनोऽभवन् // 34 // इतिपृष्टोऽमरैःसर्वैःप्रहसन्निदमब्रवीत् // देहादहा स्माच्चवैराजाद्यस्मिन्निष्क्रामतिह्ययं // 35 // पतिष्यतिप्रविष्टेतुयस्मिन्वाउ- 15 त्थितोभवेत् // सदेवोह्यधिकोनूनंनापरस्तुकथंचन // 36 // इत्युक्तास्तेततः 4 सर्वेतथास्त्वितिवचोऽब्रवन्॥निश्चक्रामजयंताहःपादात्पूर्वसुरेश्वरः॥३७॥ तदापंगुममुंप्राहुर्नदेहःपतितस्तदा ॥शृण्वन्पिबन्वदन्जिघ्रन्पश्यन्नास्तेचलन्नपि // 38 // पश्चाद्गुह्याद्विनिष्क्रांतोदक्षोनामप्रजापतिः॥ तदापंढममुंप्राहुर्नदेहः०० या // 39 // शृण्वन्पिवन्व० // पश्चाद्धस्तादिनिष्क्रांतइंद्रःसर्वामरेश्वरः // 40 // // ಅಹನಜನಜನಜನಕನಸಿನಕವನಳನಳಿನಷ್ಟು For Private and Personal Use Only