________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir Senaraquerquerwerwegewezplaquerqueza // वैशाखमाहात्म्य अध्याय 16 // षेवितो // सद्योऽवनतमूर्धानौप्रांजलीचोपतस्थतुः // 43 // मुनींद्रोधर्मवक्ता चव्याधमुद्दिश्यवैपथि॥तौदृष्ट्वाविस्मितःप्राहकोयुवामितिनिश्चलः॥४४॥ दु-॥ सोनौतुकुतोजन्मयुवयोर्वाकर्थमृतिः // अहेतोर्विपिनेचास्मिन्परस्परवधोद्यतो अ॥४५॥ एतत्सर्वंसुविस्तार्यसम्यग्ब्रूतंचमेऽनघौ // इत्युक्तौमुनिनातेनवचः | शप्रत्यूचतुःपुनः // 46 // मतंगस्यमुनेःपुत्रौदंतिलःकोहलोऽपरः // शापदोषे- हि आणतोजातीनाम्नादंतिलकोहली // 47 // रूपयौवनसंपन्नौसर्वविद्याविशार दौ // आवामुद्दिश्यप्रोवाचपिताधर्मार्थकोविदः // 48 // मतंगोनामधर्मर्षिः / सर्वधर्मविदुत्तमः // वैशाखेमासितनयौमधुसूदनवल्लभे ॥४९॥प्रपांचकुरुतं मार्गेजनान्वीजयतक्षणं // मार्गेछायांविधत्तंचभूर्यनंदत्तमंबुच // 50 // कुरु-fe बन्नहन्टबन्डामान्ान्ान्ाहका For Private and Personal Use Only