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तत्त | अतेने घरे संग संकाएवीतो ननजाएति नु० जुठीने अ. अनेराअकट्यनीक तुम्हये सिद्यानोपरिसह कहेनुनची अ.२ २५ सहे थको हांथी
आसनप्रते २१ प्रधानताढतापनीचारण एपीनीचीतापवा 'लिभारए संकालिई नगबेधा ॥ नवित्ता अन्नमासणं ॥२१॥ नचावयाहिसेद्याहिएएपिषे ज्या थानकेंकरितन्तप ना सजायादिकनी मरजा पा पापडष्टि विमरजादानुसंघे २२ परस्त्रियादिकरहित सि साफ था संजमनेविघे बसवंत दानुसंघे नहि. प्रमादी
उपाश्रयने पामी तयास्स लिस्कूथामवं ॥ नानीवेसंविहन्नेया॥ पावदिछि विहन्नई॥२२॥ परिक्रुवस्स ने कर सोल अ. अपवा असो कि कित्यु एक एफएसषष एकएभनिहां विषम असुषषअहिया अव
नीक लनीक मुजनेस करसे थानकनेविषे , से सहे २३ हवेअ यंसह ॥ कलाएं अडूपावर्ग किमेगराइंकरिस्सइ एवं तवं 'हियासहे ॥२३॥ क्रोसपरिसंहकहेडेअब आक्रोस के तेगृहस्बादिकाते ससरपो होई बोब्बास मुरप तक्तमाटेसाघु ना क्रोपन करे २५ | वचनेकरि गृहस्वादिक साधूने . पनकरेक्रोध कोसेद्यपरोलिरक्॥ नतेसिं पइसंजखे। सरिसोहोई बासाएं ॥ तम्हालिरकूनसंजखे॥२३
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