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नज जेमअम्हो ध धर्मने अजाएताथका पा. पापने पुराकर्मने आ करना या सोअज्ञानयको जन्रोस्योथको अ.१४ १३६ | जहा वयं धम्ममयागामापा पावं पुराकम्ममकासिमोहा. नरशमाएा
पर अतिरका करनायकापास त हवेनेने लुचलि विरूपापकर्मनित्रै समाचरुनही २५ सो सोकनेविषेकिल्लूने खोकेकेहवालोकनेषि परिरस्कियंता ॥तयिका तव लुजो विसमायरामो॥२०॥ अशाहयंमि सोगंमि अरु सन्मुरबपीना सन्सर्वदसविदिसने पिपै प० अतिहेयीटो घेरयोडे स्यानेकरी अन् तीरादिकनीश्रेए पनुपरेपमतीथकीने] पाम्यूठेपुनःकथनूलेजोके सच्चन परिवारिन ॥ अमोहाहि पतीहि ॥ करी तीरादिकनीश्रेण केयी अन्मोचअल्लूसिनेमाटे गि० घरनेविषेन रतीने न पा हये पुरोहितपूछेले. के कोपाहहएयोपीनयोधको लोक के कोणवलीप चौटोसोक | गिहिं नरईसले ॥ २१॥ ५
के एअशाहि लोगो केएवा परिवारिने । काच कौपावसि अन् अनूसवापानी एकहीजाम् हे पुत्र चिंचिंताकरोडो ने माटे ऊ निश्चे मेमुजप्रतेएविचार हवेकुमारकहेडे मन्मरोहणोपी कावा अमोहावुत्ता जाया चिंतावरोझमे ॥ २२ ॥ कयो २२ मच्चएााहने सो. मोसो सोलोकजराइचोटो है सोक अन्यत्नूलवाएानी श्रेणी रदिनरात्रनीकही एचएमहेनात विजाणे २३ जान्जेजेजाए। १३६
- जराएपरिवारिने अमोहारयएीवुत्ता ॥ एवंताय वियाह ॥ २३॥ जाजावच
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