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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir 830 तुलसो शब्द-कोश मंदिरानिर : भवन का भीतरी आंगन । गी० ७.१६.१ मंदिराम : वि० (सं.)। मन्दिर के समान । 'रचित इंद्र मंदिराभ ।' गी० १.२५.२ मंदिरायत : (मन्दिर+आयत) गृह रचना के अनुसार लम्बाई में अधिक । 'सुन्दर __ मनोहर मंदिरायत अजिर।' मा० ७.२७ छं० मंदेहि : मन्द को। 'मंदेहि भल करहू ।' मा० १.१३७.२ मंदोदरि, री : सं०स्त्री० (सं० मन्दोदरी)। रावण की पटरानी । मा० १.१७८.२; ५.६.४ मंदोदरी : मन्दोदरी ने । 'मंदोदरी रावनहि बहुरि कहा समझाइ ।' मा० ६.३५ ख मइके : सं०० अधिकरण (सं० मातृ के>प्रा० माइक्के) । मैके में, नहर में। मा० २.६६ महत्री : सं०स्त्री० (सं० मैत्री>प्रा० मइत्ती)। मित्रता । 'गीध मइत्री पुनि तेहि गाई।' मा० ७.६६.१ मई : (१) मय (प्रत्यय) स्त्री० । एक रूप, अभिन्न ! 'मम मूरति महिदेव मई है।' विन० १३६.२ (२) पूर्ण, व्याप्त । 'रीति कृपा-सीलमई है ।' गी० २.३४.१ मकर : सं०० (सं.)। (१) एक नक्षत्र राशि जिस पर उत्तरायण होकर सूर्य माघ में आता है । 'माघ मकरगत रबि जब होई ।' मा० १.४४ ३ (२) मगर, घड़ियाल-जल जन्तु विशेष । 'संकुल मकर उरग झष जाती।' मा० ५.५०.६ (३) एक प्रकार का मत्स्य (जिसके आकार के कुण्डल बनते हैं)। 'कुंडल मकर मुकुट सिर भ्राजा।' मा० १.१४०.५ मकरंद, दा : सं०० (सं० मकरन्द) ! पुष्परस=मधु । मा० ७.५१.२ १.२३१ मकरंद : मकरंद+कए० । 'मकरंदु जिन्ह को संभु सिर ।' मा० १.३२४ छं० २ मकरी : मकरी (स्त्री मगर) ने । ‘पद गहा मकरी ।' मा० ६.५७ मकु : अव्यय (सं० माकिम्, मकिम्)। (१) न कि ; क्यों न । 'दुइ के चारि मागि मकु लेहू ।' मा० २.२८.३ (२) चाहे कि ; संभवतः, हो सकता है कि । गगून मगन मकु मेघहि मिलई ।' मा० २.२३२.१ मख : सं०० (सं०) । यज्ञ । मा० १.६० मखपाल : यज्ञ का रक्षक । विन० ४३.३ मखबिधि : यज्ञ-विधान, यज्ञ क्रिया। मा० १.२७.३ मखभूमि : यज्ञभूमि, यज्ञ का पण्डाल । गी० १.८१.२ मखसाला : (सं० मखशाला) यज्ञ गृह, यज्ञ मण्डप । मा० १.२२५.५ मख : मख+कए । यज्ञ । 'मख राखिबे के काज ।' कवि० १.२१ मग : सं०० (सं० मार्ग)। (१) पथ । 'सती दीख कोतुकु मग जाता।' मा० १.५४.४ (२) रीति, पद्धति, आचार । 'चलहिं कुपंथ वेद मग छोड़े।' मा० १.१२.२ (३) रन्ध्र द्वार । 'सकिलि श्रवन मग चलेउ सुहावन ।' मा० १.३६.८ For Private and Personal Use Only
SR No.020840
Book TitleTulsi Shabda Kosh Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBacchulal Avasthi
PublisherBooks and Books
Publication Year1991
Total Pages612
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size13 MB
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