SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 223
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ तुलसी शब्द-कोश 211 खोझि : (१) सं०स्त्री० । रोष, खेद । 'झरि झकोर खरि खीझि ।' दो० २८४ (२) पूकृ० । खीझ कर, खिन्न होकर । 'जरै बरै अरु खीझि खिझावं ।' वैरा० ५७ खोझिन : आ० भावा० । खेद किया जाय, खीझा जाय, अमर्ष किया जाय । 'काहे ___को खीझिअ, रीझिअ पै।' कवि० ७.६३ खीभिबे : भक०पु । खीझने, रुष्ट होने । 'खीझिबे लायक करतब कोटि कोटि कटु ।' विन० २५२.५ खीझे : भूकपु० । अमर्षयुक्त हुए (होने पर), रुष्ट हुए (पर)। रीझे बस होत, खीझे देत निज धाम रे ।' विन० ७१.६ खीन : वि० (सं० क्षीण>प्रा० खीण) दुर्बल, कृस । 'तन खीन कोउ अति पीन।' ___ मा० १.६३ छं० खीर : सं०० (सं० क्षीर>प्रा० खीर) । दूध । 'खीर नीर बिबरन गति हंसी।' मा० २.३१४.८ खीरु : खीर+कए । ‘सगुनु खीरु अवगुनु जलु ताता ।' मा० २.२३२.५ खीर : क्षीर की, क्षीर से । 'उपमा..... क्यों दीजै खोरै नीर ।' गी० ६.१५.३ खीस, सा : वि० (सं० क्षि=क्षी-विनाश+ष=अन्त)। नष्ट, अस्त-व्यस्त, बिखेरा हुआ कि समेटा-सकेला न जा सके; उच्छिन्न किया हुआ, छिन्न-भिन्न; सर्वथा नष्ट कि अंशतः भी शेष न पाया जा सके। 'जनि घालसि कुल खीस ।' मा० ५.५६फ 'केहिं के घालेहि बन खीसा ।' मा० ५.२१.१ । खुआर : वि० (फा० स्वार=जलील, खराब, बेऐतबार)। दुष्ट+निन्दित+ अविश्वनीय । 'बचन बिकार, करतबउ खुआर।' कवि० ७.६४ खुआरु, रू : खुआर+कए । 'हमहि सहित सबु होत खुआरू ।' मा० २.३०५.६ खुटानी : भू.कृ०स्त्री० । खुट गई, समाप्ति पर पहुंची (मौत आ पहुंची)। 'सो जानइ जनु आइ खुटानी।' मा० १.२६६.३ खुनिस : सं०स्त्री० (अरबी-खन्स =सुस्ती, टेढ़ाई)। ग्लानि, वक्रता, अमर्ष आदि का मिश्रभाव । 'खेलत खुनिस न कबहूं देखी।' मा० २.२६०.६ (इसका विशेषण 'मुखन्नस' होता है जो 'कुटल हृदय' का अर्थ देता है अतः कुटिलतापूर्ण रोष मुख्य अर्थ है।) खुर : सं०० (सं०) । पशु का पैर । 'होत अजाखुर बारिधि बाढ़े।' कवि० २.५ खुरपा : सं०पू० (सं० क्षरप्न>प्रा० खुरप्प) । घास छीलने का उपकरण विशेष । 'घरबात घरे खुरपा खरिया ।' कवि० ७.४६ खुलाहिं : आ०प्रब० । खुलते-ती-हैं; उघड़ते-ती-हैं। 'खुलहिं सुमंगल खानि ।' रा०प्र० १.१.५
SR No.020839
Book TitleTulsi Shabda Kosh Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBacchulal Avasthi
PublisherBooks and Books
Publication Year1991
Total Pages564
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size32 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy