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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir १७८ - - बलता चौरजहन चौरी की तेजीकरण विधि गमगी के अंडानग९० कीजदी।जकनवकर का मान्समाधपावपानीप्याजकोनिचोडाहुधाओरेगी! बसेरप्याज काट को और दूसरोमालोनॉनजित नोचाहियेतितनों।डालकैगायके धीमेंभून लें। अथवा॥कबूतरके चंडेन ग२०१पालनूचिडे केन्डेनग१० प्याज काटकेचाधपावानोंनंम्सा लोडालकेगायकेघीभूनले यथवा मुगा के अंडेनग५कीजरदीप्याजकाट केरछटाका घूरन करकोदोतीले दालचीनी औरमसालोडा लकैगायकेधी में भनले॥ .. ..फूसूल इकुक्यारणवी॥ ग़रगरकेनुसखों मेंगरंगराजोजिहाकेभारी पनकोौरपक्षाघात औरलकवासेतथाविना। इनके होसोदूरकरें।विधिराईनरकचूरापी परासाठीकालाजी। नुनक्काश्रिगरतीनरमाशेांवच तुकीकरकाप्पोपोदीना। गुलवावूना।नस्तु खसाकदशलीवाश्माशालागनग१०भिजोक भोगके गुनगुने सेगरगरा करेंगरग़रा|जोकाग केटीलेहोजानेको दूरकरी विधिशमसरागुलनार माखूनारामाई मेंहदी केपन्नाविडीहडीसववरावरले केटाकेगरंगराकरेगरगरा||जोकरकेभीत: रके सोपकोदूरकरैजो निजलेसेहो विधिपासूषो|| धनियोंपोस्त कैडोडा।गुलनारमकोयाखैरमा। श्रौटाकैहान कोजस्में अमलतासकोगदौरतोलेमि| - - For Private and Personal Use Only
SR No.020831
Book TitleTibba Ratnakar
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKanhaiyalal Munshi, Bansidhar Munshi
PublisherKanhaiyalal Munshi
Publication Year1882
Total Pages292
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size24 MB
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