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आवश्यक है कि- इस पुस्तक की क्रिया के अनुसारठी कर दवाइया बना कर वे-जिस उन्कीकानको अत्यंत मुनाफा पहुंचे और रोगी शीध माराम पाकर आशावाद देवें॥
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पार्थना और इस पुस्तक पर अपनी मुहर पानारत्न के लिये कर होनी है-जिस पुस्तक पर हमारी मुहर नहो वह ( । चोरीकीपस्तक जानना चाहिये।
पूयामलाल के॥
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