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टी इलायची के दाने छै मासे चूरन कर के काम में लावै ॥ अथवा ॥ लोह चूरा पाव सरे । बिना छेद। के माजूफल पाव । छोटी इलायची छिलका सहित। लीला थोथा । लाल कल्या एक२ तोले। रू भीमस्तंगी। हीरा कसीस । सोंना भाषी । चार मासे लेके मिस्सी बनावै ॥ अथवा ॥ तांबे का बुरादा ! अनार का छिलका छटाकभर माजूफल शातो ले। फिटकिरी तोलेभर लेके काम में लावे ॥ सय वा ॥ यहमिस्सी दाँतों को मजबूत करे॥ विधि ॥ मस्तंगी। माजूफल। हीरा कसीस । माई। वडी हर्ड को छिलका। फिटकिरीभुनी। लीला थोथा भुना । मोल सरी के पेड़ की छाला सवबराबर लेके भंजन करके मोह से लार टपकावै ओर ऊपर पान पाके लार को दू |र करे || मो
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फसल नेतालीस वीभ
सिकंजवी में || सिकंजवी ॥जो पित्तकी धवल ताचैौ र कलेजा की गरमी मोरे तृषा और अचेतनता खोर मोह के कडवाट को दूर करें और नसों की गाठों को। घोले और पेसाव जारी करें | विधि॥ मालिस सिक पाव सेर। ढाईपाव सुपेट् घूरो। याग पर रष के छान ले मोरचाशनी करके जो चाहे के विशेष बलवान होतो सिर्का को बढा दे ॥ गुणा । जिस शरबत में सि कभिलाया जायजस्का नाम सिकंजबी है ।। जेसें शर वत वजरी सर्द मेंजो सिर्का मिलाया तो सिकंज़वीन वजूरी सर्द हो जाता है और सादह सिर्फ जदी का गुण
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