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(१७) सप्तदश स्तंभ-पांचवा क्षीराशन संस्कार.... .... .... ....
गुरु वेदमंत्रद्वारा आशीर्वाद देवे, अमृतमंत्र .... ....
३३७ ३३७
(१८) अष्टादश स्तंभ--छठा, षष्ठीसंस्कार .... .... .... .... ३३८-३४१
अष्टमाताका पूजन, अंबारूप षष्टीकी स्थापना, पूजन, विसर्जन, .... ३३८
आशीवाद, वस्तुसंग्रह .... .... .... .... .... .... .... ३४१ (१९)एकोनविंश स्तंभ-सातवा, शुचिकर्मसंस्कारका वर्णन .... ३४२-३४३
(२०) विंशति स्तंभ--आठमा नामकरण संस्कार ..... .... ३४३-३४५
दिन नक्षत्र वार शुद्धि, गुरु, ज्योतिषिको नमस्कार, नाम रखनेकी
विज्ञप्ति, ज्योतिषि लग्न लिखे, पुत्रके पितादि लग्नकी पूजा करे, जैन
मंदिर पौषध शाला जाना, विधि इत्यादि वर्णन .... .... .... ३४४ वस्तुसंग्रह .... .... .... .... .... .... .... .... ३४५
३४५
(२१) एकविंशति स्तंभ-नवमा, अन्नप्राशन संस्कारका वर्णन... ३४५-३४७
नक्षत्र बारादि शुद्धि .... .... अन्नप्राशनका विधि .... .... .... .... ....
वेदमंत्र, वस्तुसंग्रह.... .... .... .... .... .... .... .... ३४७ (२२) द्वाविंशति स्तंभ-दसमा, कर्णवेध संस्कारका वर्णन........ ३४७-३४९
नक्षत्र वारादि शुद्धि .... .... .... .... .... .... .... ३४७ कर्णवेधका विधि, वेदमंत्र .... ...... .... .... .... ....
३४८
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३५०
(२३) त्रयोविंशति स्तंभ-अगिआरमा, चूडाकर्ण संस्कारका वर्णन ३४८--३५० नक्षत्र वारादि शुद्धि ..
३४८ संस्कारविधि वेदमंत्र .... .... .... (२४) चतुर्विंशति स्तंभ--बारमा उपनयन संस्कारका वर्णन .... ३५१--३८३
उपनयनका स्वरूप, वेषकी आवश्यकता, जीनोपवित धारणादि विचार, तथा प्रमाण .... ....
.... .... ३५१ लगशुद्धि ..... .... ....
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.... .... .... .... उपनयन विधि .... .... मौंजीबंधन विषि.... ....
३५८
उपनयनवा
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