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वणंबीजकोषः
शब्द अर्थ शब्द अर्थ शब्द
अर्थ अंशु-उ अंगुलि:
अतुला-ग अंशुमान्-आऐ अंगुलिमूलम्-घ
अत्रीश:-द अंशुकम्-हसौम् अंगुष्ठम्-आ
अत्ययः-ध्र अकुलम्-है अचल:-दाबारूँ
अदितिः-लालँ अकूपार:-रूँ
अचलकीला-लाल अत्युग्रः-खीं अकरः-ठ अचला-ईलाल
अथर्वदेहजा-ल अक्षतिः-टायाय अच्छासिनी-न
अद्धा-ठान अक्षम्-ॐाबी
अच्युतः-आउक्लिी अद्रिः-दारूँ अक्षरात्मिका-:(अ:) अजर:-आहं
अद्रीश्वरः-द अगः-दारूँ
अजगत्प्राण:-टायाय अद्रिसुता-ऋ अगस्त्यः -औ अजरामर:-ग
अधरः-ए।ए।ऐ अगिरः-रार
अजः-ऐसााद्रों अधरोष्ठः-ऐ अगुण:-ॐ अजागल:-ल
अधिघण्टिका-:(अ:) अग्नि:-इ।ऋाए।ए।राहिं अजितः-आहाउागाक्लीं अधोक्षजः-आउक्ली अग्निक्रान्ता-स्वाहा अजेशः-जाझ
अधिरूढ़ा-इ अग्निवधूः-स्वाहा अजेश्वर:-झ
अधोदन्त:-ओ अग्निबी जम्-रं अञ्जनम्-ङोज
अधोदन्तग:-औ अग्निवल्लभा-रं अखनो-ड
अध्यर्णम्-ए अग्निशुद्ध:-ई अटवी-ज
अनङ्ग:-ई।काखाहा क्लीं।ह अग्निसुन्दरी-ई
अट्टहास:-ए।गासाहाझ अनङ्गमदनातुरा-त अघोरः-ओ।ओहं अट्टहासिनी-न
अनङ्गमालिनी-ल अंकुश:-झाटोको अण्डज:-कामाक अनङ्गमेखला-च अंकुथज:-ऋ अतिथीश:-ऋ
अनङ्गवादिनी-य अंकुशी-आज अतिकाल:-म
अनङ्गस्त-आ अंकुशम्-ई।क्रों अत्रिः -द
अनङ्गा -ज अङ्गदा-ओ बतीता-ख
अनङ्गांकुशो-श अङ्गिरा-ए।ऐ
अत्रिनेत्रजा-
ऐसाद्रा अनन्तम्-आक्षिाख
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