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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir प्रथम खण्ड 319 जिले के गंजवासांदा कस्बे में आकर बस गया था। रहे। श्री जैन ने 1949) के इस परिवार के प्रथम व्यक्ति थे सेठ संतोपचंद भोपाल राज्य विलीनीकरण उनके पुत्र ताराचंद --- पूनमचंद - लूणकरण -- आंदोलन में भाग लिया तखतमल --- राजमल हुए। तथा 21 दिन कारावास में जालारी जी ने बी0ए।), एल0एल0बी) कर बिताये। १) दिसम्बर 1992 वकालत का व्यवसाय अपनाया। स्वतंत्रता संग्राम में को आपका देहावसान आपने सक्रिय भागीदारी निभाई। फलत: डिफेन्स हो गया। इण्डिया एक्ट के तहत 10 माह तक नजरबन्द रहे। आ)-( 1 ) मा प्र॥ स्व। सै), भाग-5, पृष्ठ-24 आप विदिशा नगर पालिका के अध्यक्ष (4 वर्ष), श्री राजाराम उर्फ राजेन्द्रकुमार जैन मध्य प्रदेश योजना मण्डल के सदस्य (1963 व श्री राजाराम, पुत्र श्री बिहारीलाल जैन का 1965), सम्राट अशोक इंजीनियरिंग कालज के जन्म 1906 में ग्राम पथरिया, जिला-दमोह (म0प्र0) उपाध्यक्ष (3 वर्प), स0अ0 पोलीटेक्निक कालेज के में हुआ। आपने प्राथमिक तक ही शिक्षा ग्रहण की। उपाध्यक्ष ( 3 वर्ष), म0प्र0 स्वर) सं0 सैनिक संघ के आप अपने छोटे भाई श्री बाबराम जैन के साथ दमोह कार्यकारिणी सदस्य, विदिशा जिला स्व0सं() सै0संघ में रहकर झोली । 'चना जार गरम' की आवाज के अध्यक्ष, जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष आदि लगाकर चोचते थे। 19.12 के आन्दोलन में पदों पर रहे हैं। शासन की ओर से अनेक बार अपना शप्रम न रोक सकं तथा नारे लगाते हुए आपका सम्मान हुआ है। पकड़े गये और दो वर्ष 4 माह का कारावास पाया। आ) (1) स्वा श्री तख्तमल जैन स्मति ग्रन्थ 193) के आन्दोलन में भी आपने भाग लिया था। 1973 में आपका निधन हो गया। श्री राजमल जैन ___(1) म0प्र0 स्वा) सै), भाग-2, पृष्ठ 9 उज्जैन (म0प्र0) के श्री राजमल जैन, पत्र श्री (2) श्री संतोष सिंघई. दमोह द्वारा प्रपित परिचय मोतीलाल जैन 1932 से राष्ट्रीय आन्दोलन में सक्रिय श्री राजाराम बजाज हो गये थे। 1933 में बदनावर पोस्ट आफिस में दमोह के प्रसिद्ध बजाज परिवार में श्री राजाराम तोड़ फोड़ करने पर आप गिरफ्तार हुए तथा डेढ़ बजाज का जन्म 1900 में श्री लोकमन बजाज के चौथे पाह का कारावास भोगा। 1941 के आन्दोलन में भी पुत्र के रूप में हुआ। युवावस्था से ही समाज और उज्जैन कोठी पर आप गिरफ्तार हुए व जेल की देश-प्रेम की भावना जागृत करने का श्रेय पड़ोसी श्री यातनायें सहीं। गोकुलचंद जी वकील को है। आपने प्रभात फेरियों आ0 (1) म प्रा) स्व) सै), भाग-4. पृष्ठ-171 और गौ रक्षा आन्दोलन में भाग लेना, विदेशी माल श्री राजमल जैन का बहिष्कार करना, शराब की दुकानों पर पिकेटिंग भोपाल (म0प्र0) के श्री राजमल जैन, पुत्र- करना आदि कार्य प्रारम्भ कर दिये थे। उसी समय श्री हजारी लाल जीन का जन्म 26 नवम्बर 1919 में विदेशी शिक्षा बहिाकार आन्दोलन चला तथा दमोह हा। जैन समाज में स्पष्ट विचारधारा और समाज में राष्ट्रीय पाठशाला खोली गई जिसमें बजाज जी ने सुधारों के लिए प्रसिद्ध श्री जैन जीवनपर्यन्त गांधीवादी अपने भतीजे श्री रूपचन्द ( इनका परिचय इसी ग्रन्थ 12) ३) 0 For Private And Personal Use Only
SR No.020788
Book TitleSwatantrata Sangram Me Jain
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKapurchand Jain, Jyoti Jain
PublisherPrachya Shraman Bharati
Publication Year2003
Total Pages504
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size10 MB
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