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सुदंसणाचरियम्मि
॥९॥
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पत्रम्
६
११
१७
२४
२५
२३ ५०
२७
३०
३१
३७
४३
गाथा अशुद्धिः
रिद्धिओ
विहि ?
४४
५८
१०७
४५
९८
११६
कथ सिंगारो
तंssसि
विणिदिहं
देव
३९ आणिय
१४ मुचंति
४९ अवमल
२२८ चणाइवि ४१५ सरिसी ?
४३७ तीए
शुद्धिः
रिद्धीओ
विहि !
कयसिंगारो
तं सि
विविदि
देवं
अणिच
ति
आहवमल
तणाइ वि
सरिसी !
तीइ
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पत्रम् गाथा
४४
37
४५
53
وو
निद
गणिणीइ इमं ? ताओ गणिणी इइ मंताओ
विम्हइयाओ
31
४७ नोट आज्ञपयति
४८
४९
५०
५१
अशुद्धिः
४३८ रूयमाणी
४४१ कणयप्पहो
४५९ निद्द
४७१
35
५३
५५
५५८
६०६
६३२
६४७
६४९
७०६
७६८
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शुद्धिः
रुयमाणी
कणयपो
अत्थइसइ
हा ? दु
पुच्छि यं
अज्जउत्त
नारी
हिय ओ
भूमिगाइ व
विम्याउ
आज्ञापयति
अत्थइ सइ
हाडे
पुद्धिर्य
अजउत्त !
नारि
हियओ
भूमिगाइ व्व
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शुद्धिपत्रम्।
॥ ९ ॥