________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
स्तुति विभाग
(१) द्रव्यभावथी सिद्धाचलगिरि द्रव्यभावथी सिद्धाचलगिरि, बाहिर अंतर जाणोजी, सात नयोनी सापेक्षाए, समजी मनमा आणोजी; निमित्त कारण उपादानथी, सिद्धाचलने सेवोजी, बुद्धिसागर वीरप्रभुजी, भाखे त्रिभुवनदेवोजी. (इस स्तुति को चार बार बोल सकते है)
(२) सिद्धगिरि मंडन रिसह जिणंद (राग : रघुपति राघव राजा राम...) सिद्धगिरि मंडन रिसह जिणंद, पाप तणो उन्मूले कंद; मरुदेवी मातानो नंद, ते वंदु मन धरी आणंद...
(३) प्रणमो भविया रिसहजिनेसर (राग : वीर जिनेसर अति अलवेसर) प्रणमो भविया रिसहजिनेसर, शत्रुजय केरो रायजी, वृषभलंछन जस चरणे सोहे, सोवन वरणी कायजी; भरतादिक शतपुत्र तणो जे, जनक अयोध्या रायजी, चैत्री पूनमने दिने जेहना, महोटा महोत्सव थायजी...
(४) सीमंधरने पूछे इंदा सीमंधरने पूछे इंदा, विनतडी अवधारो जी, भरतक्षेत्रमा वर्ल्ड कुण तीरथ, ते मुजने निरधारो जी;
३४
For Private and Personal Use Only