________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir www.kobetirth.org A4%95% E AREKASK श्चिमम् [ पश्चिममुखध्यानम् ] // 1 // गौरंकुंकुमपिंजरंसुतिलकं / व्यापांडुगल्लस्थलं भ्रविक्षेपकटाक्षवीक्षणलसत्संसिक्तवर्णोपलम् // स्निग्धंबिवफलीधरंपहसितंनीलालकालंकृतं वंदेपूर्णशशांकमंडल | निभंवत्रंहरस्योत्तरम् [उत्तरमुखध्यानम्]॥२॥ॐकालाभ्रभ्रमरांज : हनाचलनिभंव्यावृत्तिपिंगेक्षण- मलैंदुद्वयनिःसृतांशुदशनंप्रोदिन्नदं / 5ष्टांकुरम् // सर्पप्रोतकपालशुक्तिसकलंव्याकीर्णसत्छेखरं वंदेदक्षि / णमीश्वरस्यजटिलंधूभंगरौद्रंमुखम् (दक्षिणमुखध्यानम् ॥३॥ॐसं / For Private And Personal Use Only