________________ She Mala Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir रु० द्विपदेचतुष्पदेविश्वपुष्टंग्रामेऽअस्मिन्ननातुरम् // 19 // उग्नश्च // | अ. 27 / उग्नश्चभीमश्चट्टान्तश्चधुनिश्च // सासुबाँचोभियुग्ग्वाचविक्षिपुर है स्वाहा // 20 // अग्निठ॥ अग्निठ-हृदयेनाशनि-हृदयाग्ग्रेणपशुप 6 तिकृत्स्नुहृदयेनभुवंय्युन्का // शुव॑म्मतनाब्भ्यामीशानम्मुन्युना है। महादेवमन्त पर्शयोनोग्ग्रन्देवंवनुिष्टुनाश्वसिष्टहनुः शिङ्गीनिको / श्याब्भ्याम् // 21 // उग्jल्लोहिते // उग्jल्लोहितेनमित्रठ-सौव्रत्त्ये 27 है|नरुद्वन्दौवृत्त्येनेन्द्रम्प्रीडेनमुरुतोबलैनसाद्धया मुदा // भुवस्य For Private And Personal Use Only