________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kabatirth.org Acharya Shei Kailassagarsur Gyanmandir त्संख्यतऽआजुगन्ध 19 समुद्रेत्त्वा // नमोऽअप्प्स्वन्तर्नुचक्षा | ईधेदिवोऽअग्नऊर्धन् // तृतीयत्त्वार सितस्त्थुिवासमुपामुपस्त्थे / महिषाऽअवर्द्धन 20 अन्ददग्निः॥अन्दग्निस्तुनयन्निवद्यौ क्षामारेरिहड्डीरुध समुजन् // सुयोजज्ञानोबिहीमुिद्धोऽअक्ख्यदारो | देसीभानुनाभात्युन्तः 21 श्रीणामुदार // श्रीणामुंदारोधुरुणौरयो / मणामनीषाणाम्पार्पणसोमंगोपा॥ वसुःसूनुसहसोऽअप्प्सुरा जाविआत्त्यग्य उषामिधाना 22 विश्वस्यकेतुः // विश्वस्य | केतुर्भुवनस्युग ऽआरोदसीऽअपृणाजायमान / बीडुञ्चिदमि / / भिनत्त्परायअनायग्निमयजन्तुपञ्च 23 उशिवपावुक // उशि For Private and Personal Use Only