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शय्या-सूत्रं इच्छामि पडिकमिपगामसिज्जाए, निगामसिज्जाए, उब्वट्टणाए, परिवणाए, आउंटणाए, पसारणाए,' छप्पइय-संघट्टणाए, कूइए, ककराइए, छीए, जंभाइए, आमोसे, ससरक्खामोसे, आउलमाउलाए, सोअणवत्तियाए, इत्थीविपरियासियाए, दिविविपरियासियाए, मण-विपरियासियाए, पाणभोयण-विपरियासियाए,
जो मे देवसियो अइयारो करो, तस्स मिच्छा मि दुक्कडं ।
शब्दार्थ पडिक्कमिउ = प्रतिक्रमण करना [किं विषयक ?] इच्छामि = चाहता हूँ पगामसिजाए-चिरकाल तक सोने से
१-'पाउंटण-पसारणाए' इत्यपि पाठः ।
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