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शावर तन्त्र शास्त्र | १३३
भूत-डायन गलनाल झाड़ने का मंत्र
निम्नलिखित मंत्र को पढ़ते हुए झाड़ा देने से भूत, डायन तथा गलनाल की बाधा दूर होती है । मन्त्र--"जैसे कैलोमाकार्य सरूपे करि करिवो न करो वली तते राम लक्ष्मण सीतेया कार कोटि कोटि आज्ञा ।"
भूत नाशक मंत्र
निम्नलिखित मंत्र का १०८ बार उच्चारण करते हुए भूत-ग्रस्त रोगी के शरीर में तेल लगाने से भूत पुकारने लगता है तथा स्वग्रस्त व्यक्ति को छोड़कर भाग जाता है। मन्त्र- 'ॐ नमो काली कपाली दही दही स्वाहा ।"
राक्षस-नाशक मन्त्र
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निम्नलिखित मन्त्र का उच्चारण करते हुए झाड़ा देने से राक्षस का उन्माद दूर हो जाता है ।। मन्त्र- 'ॐ ठं ठां ठिं ठीठुठूठे ठै ठो ठौं ठ ठः अमूकं हैं।" टिप्पणी
इस मंत्र में जहाँ 'अमुक' शब्द आया है, वहाँ राक्षस-ग्रस्त रोगी व्यक्ति के नाम का उच्चारण करना चाहिए।
भूतादि नाशक मन्त्र
मन्त्र--"ॐ नमः श्मशानवासिने भूतादीनां पलायनं कुरु कुरु
प्वाहा ।" साधन एवं प्रयोग-विधि
रविवार के दिन सिरस के पत्ते तथा फूल लाकर, उसमें घुग्घू, कुत्ता और बिल्ली की विष्ठा, ऊँट के रोम, गावर गंधक, सफेद घघची तथा
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